कलिसियायें
जब आप मसीही बना जाते है तो आवश्यक है की आप स्थानीय चर्च / कलीसिया में जाए. अगर आस पास में कलीसिया नहीं है टी आप और मसीहियों से मिलकर खुर कलीसिया को आरम्भ करसकते है.
कलीसिया का साधारण अर्थ संसार के सारे मसिहियोंका संगठन है. स्थानीय भाशामे कलीसिया का मतलब वह जगह जहां मसीही मिलकर आराधना करते है
जब आप कलीसिया के लिए देखरहे हो तो आप कई सारे कलीसियाओं को देखसकते है. जैसे मनुष्यों में अंतर होता है वैसे ही कलीसियाओं में भी अंतर होती है
कलीसिया को चुना ने के लिए यह बहुत प्राथमिक है की हम उसे चुने जो बाइबल को परमेश्वर का सच्चा वचन मानता हो. अगर कलीसिया के लोग आप से कहते है की बाइबल के अलावा और कोई नियम का पालन करना है, बाइबल अपने आप में सम्पूर्ण नहीं है, या मूर्ति पूजा करना है तो उस कलि सिया से दूर चले जायें.
और लोगों की बर्ताव को देखकर समझ जाए की उस कलीसिया का केंद्र यीशु है की नहीं. पवित्र आत्मा इन बातों को समझने में आपका सहायता करेगा.
एक अच्छी कलीसिया यीशु के परिवार जैसा बर्ताव करता है. मसीही एक दूसरे को उभार ते है किहम परमेश्वर की स्तुति करते हुए, उसकी सुसमाचार को बांटते हुए विश्वास में बढें..